क्या हम दिमाग का सिर्फ दस परसेंट ही इस्तेमाल करते हैं
बहुत लोगों ने सुना होगा कि इंसान अपने दिमाग का सिर्फ दस परसेंट ही इस्तेमाल करता है ये बात फिल्मों में भी दिखाई गई और कई किताबों में भी लेकिन क्या ये बात सच है असल में ये सिर्फ एक अफवाह है जो सालों से चलती आ रही है वैज्ञानिकों का कहना है कि दिमाग का हर हिस्सा किसी ना किसी काम में लगा होता है जब हम सोचते हैं याद करते हैं सपने देखते हैं या कोई काम करते हैं तब दिमाग का अलग अलग हिस्सा सक्रिय होता है ऐसा नहीं है कि नब्बे परसेंट हिस्सा खाली पड़ा रहता है हां ये जरूर है कि हर इंसान अपने दिमाग की पूरी ताकत को सही तरीके से नहीं इस्तेमाल करता लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वह हिस्सा इस्तेमाल ही नहीं हो रहा हमारा दिमाग लगातार काम करता रहता है चाहे हम जाग रहे हों या सो रहे हों हर समय ये कुछ ना कुछ करता रहता है
2. एक सच्ची कहानी जो सोच बदल दे विलियम सीडीस
एक लड़का था नाम था विलियम सिडिस जब वो पैदा हुआ तो कोई नहीं जानता था कि आगे चलकर वो दुनिया का सबसे तेज दिमाग वाला इंसान कहलाएगा उसके पापा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाते थे और मां डॉक्टर थीं बचपन से ही विलियम कुछ अलग था दो साल की उम्र में वो अखबार पढ़ने लगा था आठ साल की उम्र में उसने एक किताब लिख दी थी ग्यारह साल का होते ही वो हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने चला गया उसे कई भाषाएं आती थीं और वो खुद की बनाई भाषा में भी बात कर सकता था लेकिन उसकी ये प्रतिभा उसके लिए बोझ बन गई लोग उसे समझ नहीं पाए और उसने गुमनामी में जीने का फैसला कर लिया उसने कई किताबें छुपकर लिखीं और साधारण जिंदगी बिताई विलियम की कहानी हमें ये सिखाती है कि इंसान का दिमाग कितना ताकतवर हो सकता है अगर उसे सही मौका और माहौल मिले
3. क्या दिमाग का पूरा इस्तेमाल करना मुमकिन है
अब सवाल ये है कि क्या कोई इंसान अपने दिमाग की पूरी ताकत का इस्तेमाल कर सकता है इस सवाल का जवाब थोड़ा सा हां में और थोड़ा सा नहीं में है क्योंकि दिमाग का हर हिस्सा किसी ना किसी वक्त काम करता है लेकिन एक साथ सब कुछ एक्टिव नहीं होता हम हर दिन बहुत सी चीजें सोचते हैं लेकिन ध्यान नहीं दे पाते हम भूल जाते हैं आलस करते हैं या फिर बिना सोचे समझे काम करते हैं जिसकी वजह से हमारा दिमाग पूरी क्षमता से नहीं चलता अगर हम सही खानपान रखें रोज ध्यान करें और नई चीजें सीखते रहें तो हम दिमाग को और मजबूत बना सकते हैं यानी हम कह सकते हैं कि हम दिमाग को पूरी तरह एक्टिव नहीं कर सकते लेकिन उसे बेहतर और ताकतवर जरूर बना सकते हैं और ये चीज हर किसी के लिए मुमकिन है चाहे वह बच्चा हो या बूढ़ा
4. क्या विलियम सीडीज ने सच में दिमाग का सौ परसेंट इस्तेमाल किया था
विलियम की कहानी सुनकर लगता है कि शायद उसने अपने दिमाग का सौ परसेंट इस्तेमाल कर लिया लेकिन ऐसा कहना पूरी तरह सही नहीं होगा हां ये जरूर है कि उसने अपने दिमाग को उस हद तक पहुंचा दिया जहां आम लोग सोच भी नहीं सकते वो गणित में माहिर था भाषाएं जानता था और कई चीजों पर रिसर्च करता था लेकिन उसने हमेशा खुद को दुनिया से दूर रखा ना नाम कमाया ना पैसा बस शांति से जीता रहा उसने अपनी समझदारी का इस्तेमाल ज्ञान बढ़ाने में किया ना कि शोहरत पाने में उसकी ये बात हमें सिखाती है कि दिमाग की ताकत का सही इस्तेमाल तभी होता है जब हम उसे समाज और खुद के भले के लिए लगाएं वरना अकेलापन और दुख भी मिल सकता है
5. आसान तरीके जिनसे दिमाग को बेहतर बनाया जा सकता है
दिमाग को तेज करने के लिए कोई जादू की छड़ी नहीं होती बस कुछ आसान आदतें होती हैं जिन्हें अपनाकर हम दिमाग को बहुत बेहतर बना सकते हैं जैसे सबसे पहले पूरी नींद लेना जरूरी है जब हम नींद पूरी करते हैं तो दिमाग फिर से ताजा हो जाता है दूसरा अच्छा खाना खाना बहुत जरूरी है जैसे फल सब्जियां और सूखे मेवे ये दिमाग को ताकत देते हैं तीसरी चीज है ध्यान और योग अगर हम रोज पांच दस मिनट भी आंखें बंद करके ध्यान करें तो सोचने की ताकत बढ़ती है चौथा है नया सीखना चाहे वो नई भाषा हो या नया हुनर इससे दिमाग को काम मिलता है और आखिरी बात है व्यायाम जब शरीर चलेगा तो दिमाग भी एक्टिव रहेगा ये सब छोटी छोटी बातें हैं लेकिन असर बहुत बड़ा होता है
6. दिमाग से जुड़े कुछ अनजाने लेकिन सच्चे तथ्य
हमारा दिमाग बहुत ही खास चीज है जो कभी रुकता नहीं है चाहे हम जगे हों या सोए हुए हों दिमाग लगातार कुछ ना कुछ सोचता रहता है इसकी खास बात ये है कि ये हमारे शरीर का सिर्फ दो परसेंट हिस्सा है लेकिन बीस परसेंट ऊर्जा अकेले यही खा जाता है दिमाग में अस्सी अरब से ज्यादा न्यूरॉन्स होते हैं जो हर पल आपस में बात करते रहते हैं जब भी हम कुछ सोचते हैं याद करते हैं या कुछ नया सीखते हैं तो ये न्यूरॉन्स एक्टिव हो जाते हैं वैज्ञानिक कहते हैं कि इंसान के दिमाग में इतनी जगह होती है कि पूरी जिंदगी की जानकारी इसमें स्टोर हो सकती है अगर हम इस पर थोड़ा ध्यान दें तो दिमाग किसी कंप्यूटर से कम नहीं होता बस फर्क इतना है कि हम उसे सही तरीके से चलाना नहीं जानते
7. फिल्मों में दिखाया गया दिमाग का झूठा चमत्कार
आपने फिल्में देखी होंगी जैसे लूसी या और कोई जिनमें दिखाया गया कि अगर इंसान अपने दिमाग का सौ परसेंट इस्तेमाल करे तो वो उड़ने लगता है या चीजों को मन से हिला सकता है लेकिन असल जिंदगी में ऐसा कुछ नहीं होता ये सब सिर्फ कहानी है सच्चाई ये है कि दिमाग बहुत ताकतवर होता है लेकिन उसमें कोई जादू नहीं होता हम उससे सोच सकते हैं याद रख सकते हैं सीख सकते हैं लेकिन हम सुपरहीरो नहीं बन सकते फिर भी ये फिल्में हमें एक बात जरूर सिखाती हैं कि अगर हम चाहें तो अपने दिमाग को बहुत आगे तक ले जा सकते हैं हां ये रास्ता आसान नहीं होता लेकिन नामुमकिन भी नहीं होता बस मेहनत और धैर्य चाहिए
8. क्या हम सब विलियम बन सकते हैं
हर इंसान के अंदर कोई ना कोई खासियत होती है बस जरूरत होती है उसे पहचानने की हो सकता है हम विलियम सिडिस जितने तेज ना हों लेकिन हम खुद के सबसे अच्छे वर्जन जरूर बन सकते हैं अगर हम रोज कुछ नया सीखें अपने दिमाग को थोड़ा वक्त दें और distractions से दूर रहें तो दिमाग की ताकत धीरे धीरे बढ़ने लगती है जरूरी नहीं है कि हम सौ में सौ लाएं या बड़ी बड़ी किताबें पढ़ें हम छोटी छोटी चीजों में भी सुधार ला सकते हैं जैसे याद रखने की आदत सोचने की गहराई या फैसले लेने की समझ ये सब बातें मिलकर हमारे दिमाग को मजबूत बनाती हैं हर किसी में एक छुपा हुआ विलियम हो सकता है बस हमें उसे जगाना आता हो
9. तेज दिमाग वाले लोगों को समाज कैसे देखता है
कई बार जो लोग बहुत तेज होते हैं उन्हें समाज समझ नहीं पाता स्कूलों में उन्हें अजीब कहा जाता है और ऑफिसों में लोग उनसे दूरी बना लेते हैं क्योंकि वो आम लोगों से अलग सोचते हैं लेकिन असल में तेज दिमाग वाले लोग अगर अपने ज्ञान को सही दिशा में लगाएं तो वो समाज के लिए वरदान बन सकते हैं ये जरूरी नहीं कि सिर्फ किताबों में तेज होना ही बुद्धिमानी हो असली समझ तब आती है जब हम दिल और दिमाग दोनों से सोचें हमें समाज को ऐसा बनाना चाहिए जहां हर किसी को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिले और बुद्धिमानी का मतलब सिर्फ नंबरों से ना लगाया जाए
10. अंत में एक सीधी और साफ बात
अब जब आप ये सब पढ़ चुके हैं तो आप खुद समझ सकते हैं कि दिमाग का सौ परसेंट इस्तेमाल करना एक झूठ है लेकिन अपने दिमाग को हर दिन थोड़ा थोड़ा बेहतर बनाना बिल्कुल मुमकिन है इंसान के अंदर वो सब कुछ है जो वो सोच सकता है बस उसे मेहनत करनी होती है विलियम सिडिस जैसा बनना सबके बस की बात नहीं लेकिन अपने आप को पहचानना और आगे बढ़ाना हर कोई कर सकता है दिमाग को समझो उसे प्यार दो और हर दिन कुछ नया सोचो यही असली कामयाबी है और यही इंसान की सबसे बड़ी ताकत है
Post a Comment