छोटे बच्चे गर्मी की छुट्टी और नानी के घर की कहानी

बच्चे और नानी का घर

1. नानी के घर जाने की खुशी

हर बच्चा जब गर्मियों की छुट्टियों का इंतज़ार करता है, तो उसके मन में सबसे पहले नानी का घर आता है। नानी के घर जाने का उत्साह अलग ही होता है। जैसे ही स्कूल बंद होते हैं, बच्चे अपने सामान बांधने लगते हैं। उनका मन बस यही सोचता है कि नानी के घर पहुँचकर ढेर सारी मस्ती करेंगे।

2. नानी का प्यार और दुलार

नानी का घर सिर्फ एक जगह नहीं होता, बल्कि बच्चों के लिए प्यार का खज़ाना होता है। नानी जैसे ही बच्चों को देखती हैं, उन्हें गले से लगा लेती हैं। उनके हाथों के बने पराठे, मिठाइयाँ और चटपटी कहानियाँ बच्चों के दिल को छू लेती हैं। नानी हर बच्चे की छोटी-छोटी पसंद को याद रखती हैं और उसी के हिसाब से खाना बनाती हैं।

3. बचपन की यादों का खज़ाना

नानी का घर बच्चों के लिए एक जादुई जगह होती है। यहाँ पेड़ों पर झूले लगते हैं, खेतों में दौड़ने का मौका मिलता है और दोस्तों के साथ खेल का मज़ा आता है। बच्चे मिट्टी के घरौंदे बनाते हैं, आम के बगीचे से आम तोड़कर खाते हैं और तालाब में नहाने का आनंद लेते हैं। ये पल हमेशा उनकी यादों में बस जाते हैं।

4. कहानियों की दुनिया

नानी की सबसे बड़ी खासियत उनकी कहानियाँ होती हैं। रात को जब बच्चे चारपाई पर बैठते हैं तो नानी उन्हें राजा-रानी, भूत-प्रेत, परियों और वीर योद्धाओं की कहानियाँ सुनाती हैं। बच्चे अपनी कल्पना की उड़ान भरते हैं और उन कहानियों को सच मानकर जीने लगते हैं। नानी की कहानियाँ सिर्फ मनोरंजन ही नहीं, बल्कि जीवन की सीख भी देती हैं।

5. परंपरा और संस्कार की शिक्षा

नानी का घर बच्चों को सिर्फ खेल और मस्ती ही नहीं सिखाता, बल्कि उन्हें संस्कार भी देता है। सुबह जल्दी उठना, पूजा-पाठ करना, बड़ों का सम्मान करना और सादा जीवन जीना—ये सब बातें नानी सहजता से बच्चों को सिखा देती हैं। यही मूल्य आगे चलकर बच्चों के व्यक्तित्व को मजबूत बनाते हैं।

6. नानी का घर और गाँव का जीवन

नानी का घर अक्सर गाँव में होता है। वहाँ का वातावरण शहर से बिल्कुल अलग होता है। ताज़ी हवा, खेतों की हरियाली और गाँव की सादगी बच्चों को नई ऊर्जा देती है। बच्चे गाँव के जीवन से बहुत कुछ सीखते हैं—जैसे पशुओं की देखभाल करना, खेतों में काम करना और मिल-जुलकर रहना।

7. हमेशा याद रहने वाले पल

जब छुट्टियाँ खत्म होने लगती हैं तो बच्चों का मन भारी हो जाता है। नानी के घर से विदा लेना आसान नहीं होता। लेकिन वहाँ बिताए गए पल हमेशा उनकी यादों में जिंदा रहते हैं। चाहे बड़े होकर वे कहीं भी चले जाएँ, नानी के घर की खुशबू, स्वाद और प्यार उनके दिल से कभी मिटता नहीं।

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